इस कंपनी की एफडी पर लीजिए 10.53 प्रतिशत का ब्याज

मुंबई- अभी तक आपने यही सुना होगा कि बैंकों या कंपनियों की एफडी की ब्याज दरें निचले स्तर पर हैं। लेकिन हम आपको बता रहे हैं एक ऐसी कंपनी की फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) जिस पर आपको सालाना 10.53 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा। वह भी ऐसे माहौल में जब शेयर बाजार में भारी गिरावट है, ब्याज दरें निचले स्तर पर है और कोई निवेश का अच्छा साधन नहीं है। सिवाय आईपीओ को छोड़कर। हालांकि आप इसमें निवेश करने से पहले इसकी जांच पड़ताल कर लें और सलाहकार की राय जरूर लें।  

हम बात कर रहे हैं श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस की। इसने ज्यादा ब्याज वाली एफडी को लांच किया है। इसे नाम दिया है श्रीराम सिटी फिक्स्ड डिपॉजिट। इस एफडी की अवधि पांच साल की है। कंपनी के मुताबिक, एफडी पर वह सबसे ज्यादा ब्याज दे रही है। यह कंपनी एनबीएफसी है और इसका ज्यादातर बाजार दक्षिण भारत में है। कंपनी ने कहा है कि इस स्कीम में 8.09 प्रतिशत का ब्याज दे रही है। पर इसे कुल मिलाकर जोड़ेंगे तो यह 9.94 प्रतिशत हो जाएगा। जबकि सीनियर सिटिजन को यह 10.53 प्रतिशत के रूप में मिलेगा। 

कंपनी ने कहा है कि बिना क्यूमुलेटिव आधार पर सालाना 8.40 प्रतिशत का ब्याज दिया जा रहा है। सीनियर सिटिजन को 8.80 प्रतिशत का ब्याज एफडी पर दिया जा रहा है। यह ब्याज मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना आधार पर मिलेगा। इस स्कीम को वरिष्ठ नागरिकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है।  

कंपनी ने कहा है कि हाल में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रेपो रेट में कई बार कटौती की है। इससे ब्याज दरें नीचे आ गई हैं। बावजूद कंपनी इस समय सबसे ज्यादा ब्याज दर एफडी पर दे रही है। इस कंपनी की एफडी की क्रेडिट क्वालिटी को इक्रा ने एमएए प्लस की रेटिंग दी है। इसका मतलब हुआ कि कंपनी किसी भी मूल धन या ब्याज के पेमेंट में डिफॉल्ट नहीं की है। कंपनी इंडिविजुअल और छोटे व्यापारियों को कर्ज भी मुहैया कराती है। खासकर उन व्यापारियों को जिन्हें बैंक या किसी और कंपनी से कर्ज नहीं मिलता है। कंपनी बिजनेस लोन, पर्सनल लोन, दोपहिया, गोल्ड लोन और एमएसएमई लोन भी देती है। 

श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस मुख्य रूप से डिपॉजिट लेनेवाली एनबीएफसी कंपनी है। यह आरबीआई और कॉर्पोरेट अफेयर्स मंत्रालय में रजिस्टर्ड है। श्रीराम सिटी की 947 शाखाएं देश भर में हैं। यह देश की लीडिंग दोपहिया और एमएसएमई फाइनेंसर है। हालांकि विश्लेषकों का मानना है कि बैंक की तुलना में कंपनी डिपॉजिट थोड़ा ज्यादा जोखिम वाली होती है। इसलिए ऐसी कंपनियों में निवेश करने में सावधानी बरतनी चाहिए।  

चूंकि सोशल डिस्टेंसिंग एक नया नियम बन गया है, इसलिए लोग अब खुद के वाहन से जाना चाहते हैं। यही कारण है कि दोपहिया वाहनों की मांग बढ़ गई है। इससे कर्ज की मांग भी बढ़ी है। साथ ही छोटे व्यापारी भी श्रीराम सिटी से कर्ज ले रहे हैं। कंपनी का कहना है कि रिटेल से मिलनेवाली डिपॉजिट से उसकी पूंजी की जरूरत पूरी हो जाएगी, जिससे वह आगे उधारी दे सकेगी।  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *