37 साल के मिल्टन हाई स्कूल से बाहर हो गए थे, अब अपने 50 कर्मचारियों को दे रहे हैं 1,725 करोड़ के शेयर
मुंबई– निकोला कॉर्प के चेयरमैन ट्रेवर मिल्टन ने अपनी कंपनी इलेक्ट्रिक ट्रक स्टार्टअप के पहले 50 कर्मचारियों को अपने खुद के 60 लाख शेयर देने जा रहे हैं। इन शेयरों की कीमत 1,725 करोड़ रुपए है। मिल्टन पढ़ाई में हाई स्कूल से बाहर हो गए थे। आज वे 37 साल की उम्र में कंपनी खड़ी कर चुके हैं।
मिल्टन ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा कि जब मैंने पहली बार इस कंपनी को शुरू किया तो मैं दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों की तलाश में था। यह एक बहुत बड़ा जोखिम था। “हमें सफलता की संभावना ना के बराबर थी लेकिन मैं खुशकिस्मत था कि मेरे पास कुछ ऐसे कर्मचारी थे। इन कर्मचारियों को लेकर मैं काम आगे बढ़ा सका। मैं अपने कर्मचारियों से प्यार करता हूं जो हमारे लिए सफलता की कुंजी रहे हैं। जिनकी बदौलत हमारी कंपनी आज इस मुकाम पर पहुंच चुकी है ।
वे कहते हैं कि मैं अपने वादे पर आगे बढ़ा जो मैंने पहले 50 कर्मचारियों को काम पर रखने के दौरान किया था। उन्हें अपने निजी 60 लाख शेयरों को दे रहा हूँ। आप इसके लिए मेरी होल्डिंग में कमी देखेंगे। उन्हें बेचा नहीं जाता, बल्कि दिया जाता है। वह कर्मचारियों को जो शेयर सौंप रहे हैं, उनकी कुल कीमत फिलहाल करीब 23.3 करोड़ डॉलर (1,725 करोड़ रुपए) है। यहां तक कि कंपनी ने अपने पहले वाहन का उत्पादन भी नहीं किया है, पर निकोला द्वारा जून में एक रिवर्स विलय के माध्यम से नैस्डैक पर ट्रेडिंग शुरू करने से शेयर में तेजी आई है।
मिल्टन खुद को सीरियल उद्यमी बताते रहे हैं और हाई स्कूल से उनको बाहर होना पड़ा था। मिल्टन ने फर्म को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया का बखूबी इस्तेमाल किया है। इसके लिए उन्होंने विश्व के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क की रणनीति को फॉलो किया। दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों की रैंकिंग में 37 साल के मिल्टन की नेटवर्थ 4.6 अरब डॉलर है। शेयर ट्रांसफर पूरा होने के बाद उनकी संपत्ति का यह आंकड़ा गिर जाएगा। उन्होंने ट्विटर पर कहा है कि उनकी अपनी स्टॉक बेचने की कोई योजना नहीं है।
मिल्टन ने बुधवार को कहा कि अगर हम अच्छा करते हैं तो भविष्य में इसकी कीमत अरबों में हो सकती है। कौन जानता है कि आगे क्या होगा। लेकिन मैं अपने वादे पर अच्छा कर रहा हूं। हर कोई उस तोहफे से खुश नहीं होगा। मिल्टन ने कहा कि उन पहले कर्मचारियों में से कुछ अब इस दुनिया में नहीं हैं। जून में जब शेयर बढ़कर लगभग 80 डॉलर तक पहुंच गए तो उत्साहित शॉर्ट सेलर्स की भीड़ ने इस शेयर को पसंदीदा बना दिया। आई एच एस मार्किट लिमिटेड के आंकड़ों के अनुसार, जून से 11 प्रतिशत गिरकर इससे शेयर की कीमत 38.82 डॉलर हो गई है। एक तरफ जहां हाइड्रोजन ईंधन सेल संचालित सेमी ट्रकों को विकसित करने वाली कंपनी की सफलता ने मिल्टन की तकदीर को चार चांद लगा दिया है, वहीं इसके कुछ शुरुआती निवेशक भी इसका लाभ उठा रहे हैं। उनमें से एग्नेल्ली परिवार के सी एन एच इंडस्ट्रियल एनवी, जेफ उब्बेन के वैल्यू ऐक्ट कैपिटल मैनेजमेंट, दक्षिण कोरिया के हंवाहा समूह और निकोला का पहला सपोर्टर वर्थिंगटन इंडस्ट्रीज इंक है।