दरों में कटौती न होने से डेट म्यूचुअल फंड के निवेशकों को होगा फायदा
मुंबई- भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे डेट म्यूचुअल फंड के निवेशकों को फायदा होगा। दरअसल जब भी रेट में कमी होती है तो इससे ब्याज दरें नीचे जाती हैं। इस वजह से डेट पर मिलनेवाला निवेश भी कम हो जाता है।
दरअसल जैसे इक्विटी में लॉर्ज कैप, मिड कैप और स्माल कैप होते हैं, उसी तरह डेट म्यूचुअल फंड में लांग टर्म, शॉर्ट टर्म और मीडियम टर्म प्रोडक्ट होते हैं। पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड के सीआईओ कुमारेश रामकृष्णन कहते हैं कि आरबीआई के फैसले पर डेट मार्केट किसी तरह का रिएक्शन नहीं देगा। ब्याज दरें स्थिर हैं। म्यूचुअल फंड में अगर आप डेट के निवेशक हैं तो आपको बने रहना चाहिए। निवेशकों को कम समय के लिए एएए फंड्स में बने रहना चाहिए। साथ ही कॉर्पोरेट बांड फंड्स, बैंकिंग और पीएसयू फंड भी इस माहौल में अच्छे विकल्प हैं।
कोटक महिंद्रा बैंक की सीनियर इकोनॉमिस्ट उपासना भारद्वाज कहती हैं कि हम आगे भी कोई रेट कट की उम्मीद नहीं करते हैं। हमें लगता है कि रेगुलेटरी साइड से यह एक सकारात्मक कदम है। लंबी अवधि में यह वित्तीय स्थिरता को सुनिश्चित करेगा।
कोटक महिंद्रा असेट मैनेजमेंट कंपनी की डेट की सीआईओ लक्ष्मी अय्यर कहती हैं कि हमारा अनुमान है कि रेट का माहौल अभी भी बांड्स के लिए अच्छा रहेगा। आरबीआई के कदम से महंगाई में दूसरी छमाही में थोड़ी राहत मिल सकती है। विश्लेषकों के मुताबिक, रेट कट इसलिए नहीं हुआ क्योंकि क्रेडिट की मांग नहीं है। लांग ड्यूरेशन बांड में निवेश कर सकते हैं।
जानकारों के मुताबिक, हाल के समय में डेट म्यूचुअल फंड ने जरूर किसी न किसी वजह से निवेशकों को घाटा दिया है। पर अब आगे चलकर जब ब्याज दरों में लगातार कटौती कम होगी तो इसका फायदा निवेशकों को जरूर मिलेगा। हालांकि यह भी सही है कि इस समय ब्याज दरें निचले स्तर पर भी हैं। डेट फंड के फंड मैनेजर कहते हैं कि यह सही समय है कि आप डेट म्यूचुअल फंड की किसी भी स्कीम में बने रहें। शॉर्ट टर्म के लिए आपको अभी फायदा हो सकता है पर लांग टर्म के लिए आपको थोड़ा इंतजार और करना होगा।