शेयर बाजार में 10 रुपए से 1000 रुपए कैसे बनता है, इसे ऐसे जानिए

मुंबई– देश और दुनिया के दिग्गज शेयर बाजार निवेशक अगर आज निवेश के बादशाह हैं और भारी भरकम लाभ कमाते हैं तो इसके पीछे का सबसे प्रमुख कारण धैर्य है। धैर्य लंबी अवधि तक शेयरों को रखने का है। वारेन बफेट से लेकर राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में यही बातें खास मायने रखती हैं। आप भी अगर 10 रुपए का 1000 रुपए बनाना चाहते हैं तो आपको इन्हीं तरीकों को अपनाना होगा।  

बाजार के विश्लेषक कहते हैं कि शेयर बाजार में पैसे बनाने के लिए कुछ अनुशासन का पालन करना होता है। इसमें सबसे प्रमुख लंबी अवधि का नजरिया रखना होगा। चुनिंदा और अच्छी बैलेंसशीट के साथ अच्छे प्रबंधन वाली कंपनियों को देखना होगा। रातों रात निवेश को दोगुना करने वाली चाहत को त्यागना होगा। और फिर आपको टॉप 100-200 कंपनियों का पोर्टफोलियो बनाकर नियमित निवेश करना होगा। अंतिम बात हर गिरावट में आपको अपना निवेश बढ़ाते रहना चाहिए। इससे यह फायदा होता है कि किसी शेयर को आपने पहले 100 रुपए पर खरीदा है। फिर उसे 50 रुपए पर खरीदा तो आपका प्रति शेयर कीमत 75 रुपए हो जाएगी। यह पहले 100 रुपए थी।  

विश्लेषकों की माने तो रिटेल या छोटे निवेशक इन सब बातों से मतलब नहीं रखते हैं। वे चाहते हैं कि रातों रात जादुई करामात हो जाए और पैसे बढ़ जाएं। दूसरी बात वे हर दिन शेयरों का भाव देखते हैं। लेकिन विश्व के दिग्गज निवेशक वारेन बफेट और भारत के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला इस तरह की स्थितियों से अलग रहते हैं।  

उदाहरण के तौर पर आप कोई घर या जमीन खरीदते हैं तो आप उसकी कीमत रोजाना नहीं पता करते हैं। आप 10-5 सालों में पता करते हैं। आप सोना खरीदते हैं तो आप उसे रख देते हैं। रोज कीमत पता नहीं करते हैं। आप बीमा खरीदते हैं तो लंबी अवधि के लिए होता है। आप लोन लेते हैं तो उसे चुकाते भी लंबी अवधि में ही हैं। पर बात जब शेयरों के निवेश की आती है तो निवेशक आज निवेश करता है और अगले दिन से उसके रिटर्न और कीमत को देखने लगता है।  

निवेशक यहीं गलती करते हैं। उदाहरण देखिए जिन लोगों ने 1995 के जून में पैसे लगाए होंगे आज उनका निवेश 200 गुना या 300 गुना बढ़ गया है। उस समय का आपका 4 रुपए का निवेश आज 1,000 रुपए हो गया है। एनएसई के आंकड़े बताते हैं कि एशियन पेंट्स में उस समय के निवेश ने आज 128.96 गुना रिटर्न दिया है। यह शेयर 13.29 रुपए से बढ़कर 1,714 रुपए पर हो गया है।  

बीपीसीएल के शेयर ने इसी अवधि में 16.82 गुना का लाभ दिया है। यह 24.25 से बढ़कर 408 रुपए हो गया है। सिप्ला के शेयर ने 64 गुना का लाभ निवेशकों को दिया है। यह शेयर 11.06 रुपए से बढ़कर 714 रुपए हो गया है। डॉ. रेड्‌डी के शेयर ने 71 गुना का रिटर्न दिया है। यह 65.25 से बढ़कर 4,635 रुपए पर कारोबार कर रहा है। एचडीएफसी लिमिटेड के शेयर ने इसी अवधि में 76.36 गुना का रिटर्न दिया है। यानी 23.32 रुपए का शेयर अब 1,781 रुपए पर पहुंच गया है।  

आईटीसी के शेयर ने 35.94 गुना का रिटर्न निवेशकों को दिया है। इसका भाव 5.27 से बढ़कर 193 रुपए हो गया है। एलएंडटी का शेयर इसी अवधि में 29 रुपए से बढ़कर 924 रुपए हो गया है। इसने 31 गुना का लाभ दिया है। महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर ने 25 गुना का लाभ दिया है। इसका शेयर 24.37 से बढ़कर 602 रुपए हो गया है। नेस्ले के शेयर ने 80 गुना से ज्यादा लाभ दिया है। यह 205 से बढ़कर 16,580 रुपए पर पहुंच गया है।  

इस समय रोज रिकॉर्ड बना रही रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर ने 81 गुना का लाभ दिया है। यह 26.54 से बढ़कर 2,150 रुपए हो गया है। श्री सीमेंट के शेयर ने 392 गुना का लाभ दिया है। यह 55 रुपए से 21,593 रुपए हो गया है। इन शेयरों का भाव बोनस और स्पिलिट के बाद निकाला गया है। जैसे कुछ शेयरों को बीच-बीच में दो हिस्से में बांट कर उसकी कीमत कम कर दी जाती है। जैसे इंफोसिस और अन्य शेयरों में ऐसा किया गया है।  

आप इन शेयरों को देखेंगे तो पाएंगे कि इसमें सभी सेक्टर के शेयर हैं। बैंकिंग, इंफ्रा, फार्मा, एफएमसीजी सहित सभी सेक्टर हैं। इसलिए आप का निवेश हर सेक्टर के चुनिंदा शेयरों में होना चाहिए। यह ठीक उसी तरह है जैसे कि एक दर्जन अंडे को एक टोकरी में रखने की बजाय अलग -अलग रखें। यानी अगर किसी वजह से नुकसान हो तो एक ही अंडा फूटे। इसीलिए निवेश अगर 10 शेयरों में है तो आपको एक शेयर में नुकसान होगा तो 9 में फायदा होगा। इसे डाइवर्सिफाई कहते हैँ।  

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