आरआईएल ग्रुप 14.32, एचडीएफसी ग्रुप 11.11 और टाटा ग्रुप 11.27 लाख करोड़ के मार्केट कैप के साथ टॉप पर
मुंबई-बाजार की तेजी से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (bse) में कुल लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण एक साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया है। इसी दौरान देश में तीन प्रमुख बिजनेस घरानों की लिस्टेड कंपनियों की मार्केट कैपिटलाइजेशन (Mcap) की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत से बढ़कर 25 प्रतिशत हो गई है। बीएसई का कुल एम कैप 24 जुलाई 2019 को 143 लाख करोड़ रुपए था। 24 जुलाई 2019 को यह 147 लाख करोड़ रुपए पर बंद हुआ है। इन कंपनियों में मुकेश अंबानी की रिलायंस समूह, रतन टाटा की टाटा समूह और एचडीएफसी समूह शामिल हैं।
बीएसई के आंकड़ों के मुताबिक कुल लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में एक साल में करीबन तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जबकि इसी दौरान इन तीन कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5 प्रतिशत बढ़ा है। इसमें टॉप पर रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह की कंपनियां हैं जिनका कुल बाजार पूंजीकरण 14.32 लाख करोड़ रुपए इस समय है। इसमें आरआईएल का योगदान 13.60 लाख करोड़ रुपए है। दूसरे नंबर पर इसके पीपी शेयर का मार्केट कैप है जो 54 हजार करोड़ रुपए है। एक साल पहले इस ग्रुप के कुल 8.07 लाख करोड़ के बाजार पूंजीकरण में आरआईएल का योगदान 7.98 लाख करोड़ था।
रिलायंस समूह की कुल 6 कंपनियां लिस्टेड हैं। इसमें डेन नेटवर्क, हैथवे केबल, नेटवर्क 18, रिलायंस इंडस्ट्रियल इंफ्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस पीपी हैं। दूसरे नंबर पर टाटा समूह है। इसका कुल बाजार पूंजीकरण 24 जुलाई 2019 को 11.15 लाख करोड़ रुपए था। इस समय टीसीएस का योगदान इसमें 7.86 लाख करोड़ रुपए था। 24 जुलाई 2020 को ग्रुप का कुल मार्केट कैप बढ़कर 11.27 लाख करोड़ रुपए हो गया। इसमें टीसीएस का योगदान 8.09 लाख करोड़ रुपए रहा है। ग्रुप की कुल 24 कंपनियां लिस्टेड हैं। इसमें प्रमुख रूप से टीसीएस, टाटा कंज्यूमर, टाटा मोटर्स, टाटा पावर, टाइटन और ट्रेंट हैं।
इसी तरह तीसरे नंबर पर एचडीएफसी समूह है। इसकी कुल चार कंपनियां लिस्टेड हैं। 24 जुलाई 2019 को कुल मार्केट कैप 11.45 लाख करोड़ रुपए था जो 24 जुलाई 2020 को 11.11 लाख करोड़ रुपए पर बंद हुआ है। इसमें 2.9 प्रतिशत की गिरावट एक साल में आई है। इसमें सबसे ज्यादा योगदान एचडीएफसी बैंक का है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 6.23 लाख करोड़ रुपए से घटकर 6.14 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है। दूसरे नंबर पर एचडीएसी लिमिटेड और तीसरे नंबर पर एचडीएफसी लाइफ है। चौथी कंपनी एचडीएफसी म्यूचुअल फंड है।
दरअसल रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाजार पूंजीकरण में बढ़त जियो प्लेटफॉर्म में हिस्सेदारी बेचने से हुई है। इससे मिले पैसों से कंपनी नेट डेट फ्री हुई है। जियो का वैल्यूएशन 4.91 लाख करोड़ रुपए है। उधर दूसरी ओर मुकेश अंबानी द्वारा जेफ बेजोस की ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन इंक के रिटेल वेंचर में स्ट्रैटेजिक इनवेस्टर के तौर पर लगाई गई बोली से कंपनी के अनलिस्टेड शेयरों में खलबली मच गई है। बाजार में चर्चा यह है कि अगर यह सौदा हो जाता है तो इससे रिलायंस रिटेल्स की एंटरप्राइज वैल्यू करीब 3 से 4 लाख करोड़ रुपए हो सकती है।