बाजार में उतार-चढ़ाव से पार पाने के लिए चुनिए बैलेंस एडवांटेज फंड
मुंबई- इस समय बाजार में कोरोना की महामारी से उतार-चढ़ाव है। रिटेल निवेशक इस तरह के माहौल में डर जाते हैं। जिन निवेशकों ने साल 2008 में बाजार की गिरावट को देखी है, वे इस तरह के बाजार से परिचित हैं। ऐसे उतार-चढ़ाव के माहौल में निवेशक म्यूचुअल फंड के बैलेंस एडवांटेज फंड का चयन कर सकते हैं। इस तरह की कैटिगरी में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बैलेंस एडवांटेज फंड अच्छा लाभ प्रदान करता है।
आप्टिमल इनवेस्टमेंट कंसलटेंट के डायरेक्टर समीर नाइक कहते हैं कि इस तरह के माहौल में एक अवसर आता है। निवेशकों को सस्ते में खरीद कर महंगे में बेचना चाहिए। इसी समय बैलेंस एडवांटेज फंड रिटेल निवेशकों की मदद करता है। इस तरह के फंड मूलरूप से डायनॉमिकली इक्विटी म्यूचुअल फंड का प्रबंधन करते हैं। ये इक्विटी अलोकेशन में 30 से 80 प्रतिशत का निवेश करते हैं। यह बाजार की स्थितियों पर निर्भर होता है। इसमें प्राइस टू अर्निंग रेशियो या प्राइस टु बुक रेशियो का उपयोग होता है।
नाइक कहते हैं कि फाइनेंशियल प्लानिंग में असेट अलोकेशन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ज्यादातर निवेशकों के पास हालांकि यह क्षमता नहीं होती है कि वे सभी असेट क्लास में बाजार के डेवलपमेंट के आधार पर निवेश करें। ऐसी स्थिति में बैलेंस एडवांटेज फंड असेट क्लास और बाजार की अन्य स्थितियों में मदद करता है।
उनका कहना है कि निवेशकों को इस तरह के फंड जोखिम समायोजित रिटर्न प्रदान करते हैं। इस तरह की कैटिगरी इक्विटी के टैक्सेशन को भी आकर्षित करती है जो निवेशकों के लिए अच्छी स्थिति होती है। परिणामस्वरूप निवेशक एसआईपी को अपनाते हैं और यह बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में उनकी लंबी अवधि के लक्ष्यों को प्राप्त करने में पूरा करती है। इसमें बच्चों की शिक्षा से लेकर शादी और रिटायरमेंट तक के लक्ष्य पूरा होते हैं। नाइक का कहना है कि ऐसी स्थिति में आप आईसीआईसीआई प्रूडेँशियल बैलेंस्ड एडवांटेज फंड का चयन कर सकते हैं।