पॉजिटिव बनकर ही कर सकते हैं निवेश से कमाई
मुंबई– किसी भी सिक्के के दो पहलू होते हैं। निवेश भी उसी तरह से है। आप अगर जोखिम नहीं लेना चाहते हैं और एक तय रिटर्न चाहते हैं तो निश्चित तौर पर आप निराशावादी किस्म के हैं। लेकिन जो लोग निवेश पर अच्छा खासा कमा रहे हैं वे अपने निवेश को डाइवर्सिफाइ करते हैं। यानी 10 रुपए का निवेश 10 अलग-अलग जगहों पर करते हैं। न कि एफडी की तरह किसी एक इंस्ट्रमेंट में निवेश करते हैं।
निवेश की परिभाषा ही अलग है। कुछ लोग बचत को निवेश समझ लेते हैं। कुछ लोग सोचते हैं वे बीमा ले लिए तो भी निवेश है। ऐसा नहीं है। बीमा आपको सुरक्षा प्रदान करता है। लेकिन शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, पीएफ, एनपीएस और बांड आपको निवेश पर बेहतर रिटर्न देते हैं।
बाजार के विश्लेषक कहते हैं कि अगर आप इक्विटी बाजार के निवेशक हैं तो आपको निगेटिव खबरों से परहेज करना चाहिए। हालांकि अधिकतर निवेशक ऐसा ही करते हैं, पर कुछ लोग निगेटिव खबरों की वजह से निवेश का मौका गंवा देते हैं। उदाहरण के तौर पर जब मार्च में बाजारों में भारी गिरावट हुई और सब ओर निगेटिव खबरों का माहौल बना तो ज्यादातर निवेशक इक्विटी से दूरी बना लिए। जबकि इसी अवधि में एफआईआई ने पैसे लगाए।
बाजार में जब निराशा हो, गिरावट हो, तब आम समझ लीजिए कि पैसा बनाने का समय आ गया है। जैसा कि मार्च से लेकर हमने अब तक देखा है। पिछले तीन महीनों में निफ्टी का रिटर्न 35 प्रतिशत से ज्यादा रहा है। अच्छे खासे शेयरों ने भी दो अंकों से ज्यादा रिटर्न दिया है।
विश्लेषक कहते हैं कि एक बेहतरीन निवेश के माध्यम से गलतियों को कंट्रोल भी किया जा सकता है। इस समय कई स्टॉक वैल्यू के 12-15 गुना कीमत पर नीचे आ गए हैं। आपने इनमें से किसी भी स्टॉक्स में निवेश कर रखा है और अगर इसमें आप विश्वास दिखाकर बने रहते हैं तो आपको इसमें बैलेंस स्थापित करने के लिए 10 गुना निवेश की आवश्यकता होगी। वास्तव में इतनी बड़ी क्षमता दिखाना बहुत ही मुश्किल काम होता है।
आप लाभ कमाने के लिए और सुरक्षित निवेश के लिए पैसा लगाना चाहते हैं तो आपके लिए यह ज्यादा जरूरी है कि आप क्या नहीं करते हैं। बजाय इसके कि निवेश के लिए आप क्या करने जा रहे हैं। आपके लिए महत्वपूर्ण यह है कि आप इन गलतियों को कैसे अवॉइड करेंगे। निश्चित तौर पर आपको पॉजिटिव नजरिया अपनाना होगा।
कभी-कभी इक्विटी निवेश में भी यह पर्याप्त नहीं होता है। कंपनियाँ निवेशकों को लुभाने के लिए नए-नए तरीके इजाद कर लेती हैं। प्रमोटर और प्रबंधन भी इसमें शामिल रहते हैं। ऐसे किसी भी नुकसान से रक्षा के लिए आवश्यक है कि आप अपनी जमा पूंजी को डायवर्सिफाइड कीजिए। ऐसा न हो कि आप किसी ऐसे नुकसान में फंस जाएं, तब तक आपको इससे निकलने के लिए बहुत देर हो जाए। समय रहते आपको इस तरह के निवेश पर ध्यान देना चाहिए।